Anant Ambani’s Vantara: मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने वनतारा प्रोग्राम

मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने वनतारा प्रोग्राम

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) ने सोमवार को वनतारा प्रोग्राम (Vantara Programme) को लॉन्च किया है. वनतारा प्रोग्राम (Star of the Forest) अनंत अंबानी की पहल है.
इसे जानवरों के बचाव, देखभाल, पुनर्वास और इलाज के लिए शुरू किया गया है. वनतारा प्रोग्राम न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में काम कर रहा है. इसे रिलायंस के जामनगर में रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स में स्थित 3000 एकड़ के ग्रीन बेल्ट में बनाया गया है.
इस ग्रीन बेल्ट में जंगल जैसा माहौल इन जानवरों को उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि वो घर जैसा महसूस कर सकें.

3000 एकड़ में फैले वनतारा में स्टेट ऑफ द आर्ट एलीफेंट सेंटर (Elephant Center) भी होगा. इसमें हाइड्रोथेरेपी पूल, वाटर बॉडी और हाथियों के आर्थराइटिस के इलाज के लिए जकूजी भी होगा.
यहां 500 लोगों का प्रशिक्षित स्टाफ हाथियों की देखभाल करेगा. इसमें 25 हजार स्क्वायर फीट का हॉस्पिटल भी होगा. इसमें हर तरह के आधुनिक उपकरण होंगे. यहां हाथियों की सर्जरी भी की जा सकेगी. एलीफेंट सेंटर में 14 हजार स्क्वायर फीट का किचन भी होगा. सेंटर में आयुर्वेद का इस्तेमाल भी किया जाएगा.

वनतारा के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। यह एक रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया एनिमल रेस्क्यू सेंटर है। यह दुनिया का सबसे बड़ा रेस्क्यू सेंटर माना जाता है। दरअसल, अनंत अंबानी को जानवरों से बहुत प्यार है।

वनतारा का लक्ष्य विश्व स्तर पर जानवरों का संरक्षण करना और उनकी देखभाल करना है। पिछले कुछ वर्षों में यहां 200 हाथियों और हजारों अन्य जानवरों और पक्षियों का ख्याल रखा गया है। यहां केवल देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पशुओं को लाया जाता है।

अगर आप गुजरात के सूरत से वनतारा जाना चाहते हैं, तो आपको 9 घंटे का समय लग सकता है। जामनगर रेलवे स्टेशन से आप यहां 45 मिनट में पहुंच सकते हैं।

रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर एवं चेयरमैन नीता अंबानी (Nita Ambani) हैं. यह संस्था ग्रामीण क्षेत्रों के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, डिजास्टर मैनेजमेंट, महिला उत्थान, कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करती है. अभी तक संस्था ने 55400 गांवों में 72 लाख लोगों के उत्थान पर काम किया है.

Leave a Reply